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Tuesday, January 31, 2012

कोसी महासेतु के उद्घाटन आठ क

कोसी महासेतु के उद्घाटन आगामी आठ फरवरी क केन्द्रीय परिवहन राजमार्ग मंत्री सीपी जोशी करता। अहि अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कोसी आ मिथिलांचल क्षेत्र के सांसद, विधायक, विधान पार्षद सब उपस्थित रहता। इ जानकारी महासेतु के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी सुपौल कुमार रवि देलैनी। उद्घाटन के तैयारी में प्रशासनिक अधिकारी, निर्माणाधीन कंपनी के अधिकारी आ राजमार्ग विभाग के आला अधिकारि जोर शोर स लागल छैथ। महासेतु के उद्घाटन तिथि 8 फरवरी के मद्देनजर सुपौल के डीएम कुमार रवि, एसपी विनोद कुमार आ राष्ट्रीय राजमार्ग बिहार क्षेत्र के मुख्य अधिकारी बीबी सिंह आदि के दौरा निरंतर जारी छैन।

सहरसा में रेलवे वाशिंग पिट के निर्माण कार्य पूरा भ गेल

बिहार के सहरसा में बनी रहल रेलवे वाशिंग पिट के निर्माण कार्य पूरा भ गेल आ 30 जनवरी स इ वाशिंग पिट कार्य क र लागल। पूर्व मध्य रेलवे के उप मुख्य अभियंता (निर्माण) एके मिश्र कहलैनी कि आठ करोड़ रुपए के लागत स बनल अहि वाशिंग पिट के निर्माण भेला स ट्रेन के साफसफाई में काफी आसानी होयत। ओ कहलैनी कि उत्तर बिहार के महत्वपूर्ण स्टेशन में स एक अहि स्टेशन के निकट वाशिंग पिट बनला स सवारी गाड़ि के संग संग लंबी दूरी के रेलगाड़िय के धुलाई आ साफ सफाई आसान भ जायत।

मिश्र कहलैनी कि लोग के मांग के मद्देनजर रेलवे पटना स सहरसा के बीच राजरानी एक्सप्रेस के नाम स एक जोड़ी नव ट्रेन चलावै के निर्णय लेलक अछि। अहि के अतिरिक्त आओर महत्वपूर्ण ट्रेनों के परिचालन सेहो सहरसा स आरंभ होयत।

ओ कहलैनी कि सहरसा बनमनखी रेलखंड के मधेपुरा स मुरलीगंज के बीच 22 किलोमीटर तक आमान परिवर्तन कार्य लगभग पूरा कय लेल गेल आ आगामी माह स अहि पथ पर मालगाड़िय के परिचालन आरंभ क देल जायत। रेल सुरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद यात्री ट्रेन के परिचालन सेहो शीघ्र शुरू होयत।

Monday, January 30, 2012

विद्यापति मैथिल युवा मंच दिल्ली सरस्वतीपूजा के आयोजन केलैनी

नई दिल्ली : विद्यापति मैथिल युवा मंच द्वारा पश्चिमी विनोद नगर में वसंत पंचमी के मौका पर धूमधाम सरस्वती पूजा के आयोजन कायल गेल अहि अवसर पर अनेको गणमान्य व्यक्ति सब संस्था द्वारा आयोजित समारोह के खूब प्रशंसा केलैनी। पूजा समारोह में विद्यापति मैथिल युवा मंच के कार्यकर्ता के अलावा विनोद नगर, मंडावली, पांडव नगर, खिचड़ीपुर , भजनपुरा , यमुना विहार, रोहिणी , द्वारका , गाजियाबाद आदि इलाका स आयल लोग खूब बढ़ चढ़ क हिस्सा लेलैनी जाही में पंडित नारायणजी झा , पूनम झा आज़ाद ,मनिन्द्र झा ,विभय कुमार झा , नकुलभारद्वाज,बसंत कुमार झा, बालाकांत झा, पशुपति नाथ झा, आनंद झा , संजय झा अन्य प्रमुख व्यक्ति सब उपस्थित छला अहि अवसर पर ओतय के स्थानीय बच्चा सबहक बीच पेंटिंग , डांसिंग , सिंगिंग क्विजप्रतियोगिता के आयोजन कायल गेल. जाही में मंच संचालन मिथिलांचल भोजपुरी के प्रसिद्ध गीतकार मनीष झा बौअभाई केलैनी. संध्या आरती के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन कायल गेल, जाहिमे मिथिलांचल के सुप्रसिद्ध गायक शंकर नारायण झा , पूजा झा उद्घोषक राधे दर्शकों के मन मोह लेलैथ.
साभार :- विभय कुमार झा

बिहार के जुनिउर डॉक्टर के राज्यव्यापी हड़ताल लगभग तय

दरभंगा मेडिकल कॉलेज समेत पूरा राज्य के जूनियर डाक्टर आई मध्यरात्रि स प्रस्तावित राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल आब लगभग तय अछी। एकरा टालइ के लेल रविदिन जूडा आ पीएमसीएच प्रशासन के बीच दिन भर चलल बैठक बेनतीजा रहल। जूडा, सरकार स एक अप्रैल 2012 तक स्टाइपेंड में वृद्धि आ सीनियर रेजीडेंट स्कीम लागू करे के समय सीमा के लिखित आश्वासन चाहैत छैथ।
जूनियर डॉक्टर की अहि हड़ताल के ल क बिहार के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के कालि के ओही बयान पर जाही में ओ कहने छला की जनता के कल्याण के लेल जे व्यवस्था बनल अछि ओही पर चोट करे वाला के हम हाथ कट्नाई सेहो जनैत छिजनता के लेल बनल कल्याणकारी व्यवस्था पर चोट कखनो बर्दाश्त नहीं होयतअहि के ल क डॉक्टर सब में काफी नाराजगी छैन आ ओ सब एकरा दुभार्ग्यपूर्ण बयान बतेला हे। डॉक्टर सब के कहनाम अछि जे मंत्री जी हमर सब के मांग के गम्विर्तापुर्वक विचार करैत कियक त हम सब हुनके सब लेल काज करैत छि। आ अगर ओ हमर सब के हाथ काटी लेता त फेर काज के करत

Friday, January 27, 2012

मिथिला के मिट्टी चंदन के समान : प्रतिकुलपति

बेनीपुर : मिथिला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. धु्रव कुमार कहला कि मिथिला के उत्थान के लेल अनवरत डॉ. बैधनाथ चौधरी बैजू जुटल छिया।मिथिला में हिनक योगदान त मुख्यमंत्री होई के योग्य अछि। प्रतिकुलपति गणतंत्र दिवस पर अयाची मिथिला महिला महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित समारोह के संबोधित करैत उक्त बात कहला। ओ कहला कि मिथिला के धरती हमरा लेल कोनो मंदिर स कम नहीं अछि। जाही तरहे लोग चंदन के माथा पर लगावैत अछि ओही तरहे हम प्रतिदिन अहि मिट्टी के तिलक अपन माथा पर लगावैत छि। डॉ. कुमार कहला कि अहि महाविद्यालय में संगीत पोस्ट ग्रेजुएट में नामांकन के घोषणा त कुलपति क सकैत छैथ लेकिन ओ जरूर कहला कि अहि कॉलेज में स्नातकोत्तर गृह विज्ञान आ बीएड के पढ़ाई हेबाक चाही। ओ महाविद्यालय के सब प्रकार के सहयोग देवइ के गप्प कहला। अहि स पूर्व महाविद्यालय के सचिव डॉ. बैधनाथ चौधरी बैजू प्रतिकुलपति श्री कुमार, कुलसचिव डॉ. विजय प्रसाद सिंह, ओएसडी अनिल कुमार के अभिनंदन करैत पाग, माला स सम्मानित केलखिन।

Tuesday, January 24, 2012

टोकरी बनाबाई में सिमटी क रही गेल अछि जिनगी

समय बदलल, व्यवस्था बदलल, बदलै के बहुत किछ बदली गेल मुदा नहीं बदलल त समाज के किछ एहेन वर्ग के स्थिति. हमरा आहाक समाज में एक टा एहने वर्ग अछि जकर जिनगी टोकरी बनाबाई में सिमटी क रही गेल अछि। प्रायः मिथिलांचल के सब गाम के अंतिम छोर पर पीढ़ी दर पीढ़ी इ सब झोपड़ी बना क कोनो तरहे अपन गुजर बसर करैत छैथ प्राय: सड़क के कात में बसई वाला अहि वर्ग के लोग के छोट-छोट झोपड़ी स हिनक दीनता साफ-साफ झलकैत अछि, अशिक्षा के घोर कमी अछि अखनो धरी हिनक बच्चा स्कूल नहीं देखलखिन अछि। हिनक स्थिति देखला स सहज अंदाज लगोल जा सकैत अछि विकास के बयार अखनी धरी हिनक झोपड़ी तक नहीं पहुचलैन अछि। मिथिलांचल के हर शुभ आ अशुभ कार्य के अलावा घरेलू उपयोग में आवै वाला छिट्टा, ढकिया, डगरा, कोनिया, टोकरी आदि बांस स बनल ब‌र्त्तन मुख्य रुप स अहि वर्ग द्वारा बनायल जायत अछि। अहि ब‌र्त्तन के निर्माण में जाही हिसाब स मेहनत आ लागत अछि आ जाही प्रकार स आमदनी होयत अछि ओही स आन जरुरत त दुरक गप्प पेटो भरनाई मुश्किल अछि। हिनक सबहक मुख्य व्यवसाय बांस के ब‌र्त्तन बनेनै आ सूअर पालन अछि, जे कि पुश्तैनी धंधा अछि। सरकार के तरफ स भले किछ दावा केल जाई मुदा हकीकत इ अछि जे सरकारी योजना सब स इ वर्ग कोसो दूर छैथ कुल मिला क अगर देखल जाई त अइयो इ वर्ग समाज के सबस पिछला पायदान पर अछि।

हुजुर हम सब कतय जेबै नै घर अछी नै ठिकाना

हायाघाट,: हुजूर हम सब जेबै त कतय जेबै..हमरा सब लग नै रहै लेल घर आ नै बसई लेल जमीन अछि। इ फरियाद प्रखंड मुख्यालय स महज डेढ़ किमी के दूरी पर अवस्थित प्रखंड के सिरनियां पश्चिमी विलासपुर पंचायत के पश्चिमी विलासपुर गांव के लगभग एक सौ स बेसी लोग के अछि। जे गांव स्थित रिंग बांध वाटरवेज के कात में बसल छैथ। रिंग बांध वाटरवेज के भ रहल मिट्टी करण के कारण एक सौ स अधिक परिवार आई उक्त बांध स किछ दूरी पर दोसर के जमीन में झुग्गी-झोपड़ी डाली क विस्थापित जिंदगी गुजारी रहल छैथ। हुनका सब लग बुनियादी सुविधा के घोर कमी अछी परंतु एकर सुधि लई के लेल नै कोनो प्रशासनिक अधिकारी आ नहीं कोनो जनप्रतिनिधि आगा आबी रहल छैथ। उक्त गांव में पहुंचला पर नजारा देखै के भेटैत अछी। एक तरफ अन्हार गुफ्फ़ राती आ उपर स ठंडी पछवा हवा। आ अहि ठंढ स बचै लेल महज पुआल आ एकटा कोनो तरहे ऊपर स शरिर के ढके लेल फाटल पुरान चादर चारों तरफ सन्नाटा। नहीं कीड़ा मकोड़ा के डर आ न ही विषैला सांप के। एहेन परछाइ के बीच गुजरैत अछि उक्त गांव के विस्थापित लोग के रात। विस्थापित मो. शफी के 70 वर्षीय वयोवृद्ध मां शकीना खातून स मिलैत अनायास हुनका मुंह स निकल पड़ैत छैन कि बुढ़ापा में येह दिन देखै के भेटल रहे बाबू। एतय पेट के आग बुझाबइ लेल जहैनी बच्चा पानी पी-पी क चूड़ा चबाया त अपन बच्चा के ऐना देख हुनक अम्मी शहाना खातून फफक पडली। इ व्यथा कोनो एक परिवार के नहीं बल्कि लगभग ओ सब विस्थापित परिवार के अछि। सांत्वना आ उम्मीद त सब लोग हुनका सब के देत छैन मुदा अहि स की होयत। जिनका लग किछ छैन्हे नै। हर आबई जाई वाला लोग पर ओ एकटा उम्मीद भरल नजर स देखैत छैथ। शायद कियो मसीहा बनी हुनक विस्थापित जिंदगी स निजात दिया देन। पंचायत के मुखिया हसीना खातून आ पूर्व मुखिया शफीउर्रहमान उर्फ बौआ मियां अहि विस्थापित परिवार के समस्या ल क अंचल प्रशासन स कतेक बेर भेंट क चुकल छैथ। मुदा प्रशासन अहि विस्थापित परिवार के प्रति बिल्कुल उदासीन अछि। इ हकीकत कोनो मिथिलांचल के एकटा हायाघाट टा के नहीं अछि एहेन अहके किएक ठाम भेट जायत।

साभार :- दैनिक जागरण

Monday, January 23, 2012

1970-72 के बीच ललित बाबू कोसी महासेतु के सपना देखने छला

कोसी नदी पर बनल महासेतु के अगिला महिना उदघाटन के संगहि ही मिथिलांचल के खंडित स्वरूप एक
जुट भ जायत। इ दिन मिथिलांचल के भूभाग के इतिहास के स्वर्णिम दिन कहलायत। आ अहि कोसी महासेतु के नामकरण पूर्व रेल मंत्री स्व.ललित नारायण मिश्र के नाम पर हेबाक चाही एकर समर्थन करैत राज्य के वरिष्ठ पत्रकार सह समाजसेवी सीताशरण झा अहि सेतु निर्माण स संबंधित अपन संस्मरण के आधार पर स्व.ललित बाबू के योगदान के उजागर केलैनी। ओ कहला कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के द्वारा कोसी महासेतु के शिलान्यास कायल गेल छल आ तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार आ वर्तमान मुख्यमंत्री अहि सेतु के निर्माण में योगदान देलैन। अहि में कोनो संदेह नहीं कि स्व.ललित बाबू देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.जवाहरलाल नेहरू के ध्यान कोसी नदी के विभिषिका आ स्थानीय लोग के दुख दर्द के ओर ध्यान आकृष्ट करेने छला। जाही स कोसी नदी स उत्पन्न समस्या के निदान राष्ट्रीय योजना के हिस्सा स भेटल। सीताशरण झा अहि महासेतु निर्माण के एक आँखी देखल घटना के जिक्र करैत कहला की 1970 स 1972 के बीच झंझारपुर-लौकहा आ भपटियाही-मुरलीगंज रेल खंड के उद्घाटन भेल छल। ओही दिन श्री झा राज्य के प्रमुख दैनिक इंडियन नेशन के विशेष प्रतिनिधि के रूप में स्व.ललित बाबू के संग छलखिन। स्टेशन परिसर में ललित बाबू पत्रकार स वार्ता के दौरान कहने छला निर्मली भपटियाही के बीच के दूरी 10 मील स बेसी नहीं अछि जकरा कोसी विभक्त के देने अछि। आ ओही समय ओ नार्थ ईस्ट रेल डिवीजन के तत्कालीन जोनल मैनेजर पी.आर.चोपड़ा के तलब केला आ पुछला की चोपड़ा साहब आप से मैंने कहा था कोसी नदी पर पुल निर्माण कराने के लिए सर्वे कर अनुमानित लागत का ब्यौरा प्रस्तुत करें। जनरल मैनेजर कहला - सर सर्वे करा लिया है। अनुमानित खर्च करीब 16 करोड़ पड़ेगा। जाही पर ललित बाबू कहला कि कोई बात नहीं 16 करोड़ नहीं, 1600 करोड़ लागत तैयो इ पूल बनत। गो अहेड। पर नियति के शायद इ मंजूर नहीं छल। जाहिर अछि कि स्व.ललित बाबू के दिलोदिमाग में सतत कोसी क्षेत्र के निवासि के दुख दर्द बसैत छल। ओ पूरा मिथिलांचल के समस्या पर गहन चिंतन करैत छला। आखिर हुनक सपना साकार भेल। श्री झा कहला अगर अहि कोसी महासेतु के नामकरण स्व.ललित नारायण मिश्र के नाम पर होई त इ हुनक प्रति सच्चा श्रद्धांजलि होयत।
साभार :- दैनिक जागरण

सबस मजबुत राज्य बनत बिहार : श्री श्री रविशंकर‌

पटना : आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर बिहार में विकास कार्य कॆ तारीफ़ करैत कहला कि बिहार मॆ फॆर‌ स आत्मबल जागत आ बिहार देश कॆ मजबूत राज्य बनत.
ऒ लोग सब स‌ भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आगा आबै कॆ आह्वान कॆलैन आ कहला कि खाली कानूनॆ बनला स भ्रष्टाचार नहीं मिटत. अहि कॆ लॆल‌ जनता कॆ जगनाई जरुरी अछि. अन्याय, अभाव आ अज्ञान मिटाबई के लॆल‌ देश में शांतिपूर्ण क्रांति कॆ जरूरत हैअछि.
बिहार के चार दिवसीय दौरा पर आयल‌ श्री श्री रविदिन पटना कॆ वेटनरी कॉलेज मैदान में भॆल‌ महासत्संग में हजारों लोग कॆ जीवन जीबई कॆ कला के टिप्स दॆलखिन. अहि स पहिलॆ ऒ गया स विशेष विमान स एतय पहुचला.
महासत्संग में विधानसभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, विधान परिषद के सभापति ताराकांत झा आ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हुनक‌ स्वागत कॆलखिन‌. नक्सलग्रस्त औरंगाबाद आ गया के दौरे स एतय पहुँचैत‌ श्री श्री झारखंड में नक्सली हिंसा में 13 पुलिसकर्मि कॆ शहादत पर चिंता जतॆला.
ऒ एक बॆर फॆर‌ नक्सलि सब‌ स हिंसा छोङै कॆ अपील कॆला. कहा कि, हिंसा कॆ रास्ता स‌ बदलाव नहीं भ सकैत अछि. ऒ जीवन, समाज, राजनीति आ अध्यात्म पर खुल क अपन विचार रखला आ महासत्संग में शामिल लोग कॆ प्रतिज्ञा सॆहॊ दियॆला.
ऒ बिहार के गौरवशाली अतीत पर‌ चर्चा करैत कहला कि पहिलॆ मगध आ पाटलिपुत्र पूरा भारत कॆ राजधानी हॊइत छला. काल चक्र कॆ गति एकरा बदली दॆलक. आ बिहार कॆ लॊग मॆ फॆर स‌ आत्मबल अवश्य जागत‌.
ऒ जातिवाद पर कड़ा प्रहार करैत कहला कि- जातिभेद शास्त्रों में नहीं अछि. जाति सिर्फ़ कर्म स हॊइत अछि, जन्म स नहीं. राजनीति आ अध्यात्म के रिश्ता स्पष्ट करैत‌ श्री श्री कहला कि दुनु अलग-अलग चीज अछि. लेकिन अगर‌ अध्यात्म कॆ राय ल क अगर‌ राज-काज चले त बेहतर हॊयत..

- नीतीश जी और मोदी जी कॆ टीम कॆ बधाई दैत श्री श‌श्री कहला कि. गांव-गांव में सुधार भ रहल अछि. पहले से हालात काफी सुधार भॆला. लेकिन, प्रगति के पथ पर आबै कॆ लॆल अखन बहुत काज कॆ जरुरत अछि. ऒ लॊग स रिश्वत नहि लै कॆ आ नहि दै कॆ शपथ सॆहॊ दियॆला.

Sunday, January 22, 2012

मिथिलाक पाग में श्री श्री रविशंकर जी महराज

आध्यात्मिक गुरु पूजनीय श्री श्री रवि शंकरजी महराज आइ पटना आयल छलाह. बिहार सरकार हुनका राज्य अतिथि घोषित केने छलखिन .हुनक स्वागत मे बिहार विधान सभाक अध्यक्ष ,बिहार विधान परिषदक सभापति आ उप मुख्य मंत्री ,क्रमशः श्री उदय नारायण चौधरी ,श्री तारा कान्त झा आ श्री सुशील मोदी उपस्थित छलाह . श्री श्री के मिथिलाक पाग पहिरा क’ स्वागत कायल गेलैनी आ मंच पर ओ मिथिलाक अहि समानित पाग में छाला .बिहार सरकार मिथिलाक पागक सम्मान क’ मिथिलाक प्रति सम्मान प्रगट क’ उचित कार्य केलक . श्री श्री रविशंकर जी महाराज पटना में लोग के जीवन जीवै के तरीका सिखेलखिन. सत्संग के दौरान श्रद्धालु सब के प्रश्न आ शंका सब के समाधान श्रीश्री बहुत व्यावहारिक ढंग स देलखिन. काल्हि ६ वजे भोर मे महारुद्राभिषेक स्वम श्री श्री अपने करताह.


Saturday, January 21, 2012

मनरेगा आ इंदिरा आवास के पाई के भ रहल अछि बन्दर बाँट

गरीब भेनाई कोनो ईश्वरीय वरदान नहीं अछि, आ नही इ कोनो स्वयं आरोपित पीड़ा अछि। अहि अटूट चक्र के तोड़ल जा सकैत अछि, बशर्ते सरकार के कल्याणकारी योजना के पहुंच हिनका पास हेबाक चाही। गरीबी भारत में एक टा बड़ पैघ अभिशाव अछि गरीबी केबल भारत के गांवों नहीं बसैत अछि, शहर की चकाचौंध में सेहो गरीबी दिखाई पडैत अछि। इ बात अलग अछि कि शहरी गरीब अपन प्रयत्‍‌न पर निर्भर करैत अछि। रिक्शा चला मजदूरी क सब कोनो तरह गुजर-बसर क लेत छैथ। मुदा ग्रामीण गरीबी के के दृश्य बहुत अलग अछि। गरीबी निवारण के लेल सरकार के कतेक योजना चली रहल अछि मुदा अहि सब योजना में भ्रष्टाचार पर्याप्त रूपे अपन पैठ बना चुकल अछी। चाही कारण योजना के पर्याप्त लाभ स लाभुक बंचित रही जैत छैथ
अपन बिहार में इ समस्या अति गंभीर अछि जिला स ब्लाक आ ब्लाक स पंचायत तक जे खेल चलैत अछि ओ बड़ गंभीर अछि। भले राज्य सरकार भ्रष्टाचार स मुक्ति के कतबो दावा करैत हुआ इ सब मात्र एक टा दिखावा अछि जमीनी हकीकत किछ और बयां करैत अछि। ओ चाहे मनरेगा हुआ या इंदिरा आवास या फेर अन्य कोनो योजना अहि सब में जाही रूपे बन्दर बाँट होइत अछी ओ सोचनिये अछि। अहि गंभीर समस्या के प्रति सरकार बिल्कुल उदासीन अछि

नरक निवारण चतुर्दशी के अवसर शिव मंदिर में भारी भीड़

नरक निवारण चतुर्दशी के अवसर पर आई समूचा मिथिलांचल में महादेव के आराधना के लेल शिव मंदिर में भक्त के भारी भीड़ उमड़ी पड़ल।

मधुबनी जिला के प्रसिद्ध एकादश रुद्र महादेव मंदिर,बाबा दतेश्वर नाथ महादेव मंदिर, कपिलेश्वर स्थान, भवानीपुर के बाबा उग्रनाथ महादेव मंदिर, बिस्फी के भैरवस्थान महादेव मंदिर, बिदेश्वरनाथ महादेव मंदिर सहित सैंकड़ों शिवालय में भोरे स व्रतधारी आ शिव भक्त के भीड़ जुट अ लागल आ हर हर महादेव के जयकारा के संग शिवालय गूंजइ लागल। आजुक दिन महादेव पूजा के विशेष महत्व अछि ।

अहि व्रत के बारे में कहल जायत अछि की रात में चारों प्रहर पूजा के विशेष विधान अछि। अहि व्रत के करै स सहस्त्र अश्वमेघ यज्ञ के फल प्राप्त होयत अछि । संगही अहि व्रत के केला स मनुष्य जतेक पाप केने रहित अछि सब नष्ट भा जायत छै। पूजा विधान के अनुसार आज के दिन निराहार रही क संध्याकाल स्नान क मैट के महादेव बना क गणपत्यादि पंचदेवता, विष्णु आ शिव के पंचोपचार पूजा क आरती करै के विधान अछि। शिव के बैर, अंकुरी, भांग, ईख आदि सामग्री नैवेद्य में चढायल जायत अछि। शाम में व्रती बैर स व्रत तोड़ी क रात में अन्न ग्रहण करै छैथ।

Friday, January 20, 2012

कोशी में जागल बड़ी लाइन के आस

आब कोसी में छोटी लाइन के ट्रेन नहीं चलत। पहिल चरण में सहरसा-फारबिसगंज के बीच भेल मेगा ब्लाक स इ सपना आब पूरा होइत बुझा रहल अछि। आब वाला समय में कोसी वासि के अंग्रेज जमाने के ट्रैक आ छंटी भेल बोगियों में भेड़-बकरि के तरह सफर करै स मुक्त हेता। बड़ी लायन भेला स रास्ता त सुगम हेबे करत आ क्षेत्र के आर्थिक विकास सेहो होयत। अमान परिवर्तन के बाद राघोपुर के पूर्वी छोर सीधा बंगाल स जुड़ जायत।

अहि क्षेत्र में तीन दशक पाहिले चलल छल रेल

कोसी के त्रासदी स त्रस्त इ इलाका शुरू स उपेक्षित रहल अछि। कोसी पुत्र ललित बाबू जखन रेल मंत्री बनला त अहि इलाका के किस्मत जागल। रेलगाड़ी सुपौल स्टेशन स आगा फारबिसगंज तक शुरू भ गेल । कोसी में रेल महासेतु आ नब-नब परियोजना हुनके परिकल्पना छल। नब्बे के दशक में पूरा देश में बड़ी रेल लाइन के जाल बिछेनाई शुरू भेल। समय बितैत चली गेल लेकिन कोसी के बारी नहीं आयल। सहरसा स संसद तक जखन आवाज गूंजल त बड़ी रेल लाइन सहरसा तक पंहुचायल गेल। सुपौल के लोग के मन में सेहो एकटा आस जागल की ओ दिन दूर नहीं जखन हम सब सेहो बड़ी रेल लाइन की ट्रेन पर सवार भ अपन गाँव जायब।

2004 में भी राखल गेल छल नींव

वाजपेयी सरकार के रेलमंत्री नीतीश कुमा र, रक्षा मंत्री जार्ज फर्नाडीश,खाद्य आपूर्ति मंत्री शरद यादव फरवरी 2004 सरायगढ़ में सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड के नींव रखने छाला। रेलमंत्री ने कहने छाला कि सरायगढ़ स सकरी और सहरसा स फारबिसगंज तक अमान परिवर्तन के अहि परियोजना के लागत 335 करोड़ अछि। रक्षा मंत्रालय स स्वीकृति के बाद एकरा पूरक बजट में लायल गेल। उस समय अपने संबोधन में नेता सुरक्षा आ सामरिक दृष्टिकोण स सीमावर्ती इलाका में रेलवे के महत्वपूर्ण भूमिका बतेला। चुनाव के वक्त आबी गेल सत्ता पलट गेल आ मामला ठंडा बस्ता में चली गेल। सत्ता बदलल त महासेतु के कार्य में कने तेजी आयल मुदा अमान परिवर्तन अबकी मधेपुरा के हिस्सा में चली गेल आ एकबेर फेर कोशी के इ पिछड़ा इलाका चुकी गेल।

मेगा ब्लाक स जगाल आस

सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड पर राघोपुर-फारबिसगंज के बीच 20 जनवरी स लागायल गेल मेगा ब्लाक स कोसी वासि में एकबेर फेर स आस जागल। पूर्व मध्य रेल अंतर्गत सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड पर राघोपुर-फारबिसगंज के बीच तमाम ट्रेन बंद कय देल गेला। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य रेल प्रबंधक पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर समीर कुमार कहलैनी कि इ निर्णय मंत्रालय द्वारा अमान परिवर्तन के ल क लेल गेल अछि।

मिथिलांचल के संस्कृति सचमुच अद्भुत अछि :- नितीश कुमार

सेवा यात्रा के चारिम आ अंतिम दिन कालि सांझ जयनगर के डीबी कॉलेज में आयोजित एक विशाल जनसभा के संबोधित करैत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला की अपराध आ भ्रष्टाचार स कोनो समझौता नहीं कायल जायत। भारत-नेपाल जकर संबंध अटूट अछि, एकरा और मजबूत करै के आवश्यकता अछि। मुख्यमंत्री कहला की पूरा बिहार बदली रहल अछि आ अखन बहुत किछ केनाई बाकी अछि। आहा सब मिल्लत, अमनचैन आ भाईचारा बना क राखु। अहि बल पर बिहार प्रगति के राह पर अग्रसर होयत। मुख्यमंत्री कहला की हमर इतिहास पूरा मानव सभ्यता के इतिहास अछि। एकरा अक्षुण्ण रखइ के लेल सरकार हर संभव प्रयास लेल तैयार अछि। चार दिवसीय सेवा यात्राक संस्मरण उपस्थित लोग के सुनावैत कहला की कि मधुबनी में जगह-जगह जे प्यार आ स्नेह भेटल ओकरा हम कहियो बिसरी नै सकब। ओ कहला की बलिराजगढ़ के देख हमर मन में एक अलग जिज्ञासा जागल। बलिराजगढ़ के विशाल भूखंड 22 सौ वर्षक इतिहास समेटने अछि । अहि अनमोल धरोहर आ पूरातात्विक स्थल की एक-दू बेर छोड़ कहियो खुदाई नहीं नहीं भेल। अहि लेल हम प्रधानमंत्री के पत्र लिखब। ओ कहला कि मात्र उपरी ईट 22 वर्षक के इतिहास के प्रतीक अछि अगर एकर गहराई में जा क काज होई त कतेको और इतिहास भेटत। ओ कहला कि मधुबनी पेंटिंग मिथिला समृद्ध संस्कृति के प्रतीक अछि आ एकरा विकसित व जीवित राखै के लेल सरकार हर प्रयास करत। ओ कहला कि हम मधुबनी पेंटिंग के गढ़ जितवारपुर आ रांटी जा क स्वयं कलाकार स आ हुनक हस्तकला देख्लौ आ अहि हमरा महान विभूति पद्मश्री महासुन्दरी देवी स भेट करै के सौभाग्य प्राप्त भेल। ओ कहला की हमरा मन में अहि विधा के प्रति अगाध प्रेम अछि। ओ कहला कि भूमि के कारण सरकार मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण केन्द्र खोलै के घोषणा नहीं क रहल छल जे आब उपलब्ध अछि। आ अहि भूमि पर विशाल व अत्याधुनिक प्रशिक्षण केन्द्र खोलै के लेल शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी देल गेला। सौराठ के इ प्रशिक्षण केन्द्र जाहिमे मिथिलांचल के महिला प्रशिक्षण प्राप्त करती आ हुनका प्रमाण पत्र देल जेतैन। आ ओतय प्रदर्शनी आ हाट सेहो लागायल जायत जाही में पूरा देश व प्रदेश के लोग सिरकत करता। सिद्ध पीठ उच्चैठ, कालीदास डीह के चर्चा ओ कहला कि मिथिलांचल के संस्कृति सचमुच अद्भुत अछि। मुख्यमंत्री कहला कि जयनगर सीमावर्ती क्षेत्र अछी आ भारत-नेपाल के संबंध अटूट अछि। एकरा और मजबूत करै के जरूरत अछि। अहि दिशा में सरकार पहल क रहल अछि आ नेपाल के प्रधानमंत्री के पटना आबे के लेल आमंत्रित कायल गेला। नेपाल स वार्ता के बाद बाढ़ के विभीषिका स निजात भेट सकैत अछि आ सिंचाई सेहो सुदृढ़ भा सकैत अछि।

मुख्यमंत्री जयनगर के सभा मंच स रिमोट के द्वारा 170 योजना के उद्घाटन आ 347 योजना के शिलान्यास केला। चार सौ करोड़ स अधिक निर्मित वाला योजना में अररियासंग्राम के पॉलीटेक्निक कालेज मधुबनी-खुटौना, फुलपरास-लौकहा पथ आ मधुबनी नगर परिषद के प्रशासकीय भवन सेहो शामिल अछि जकर ओ शिलान्यास आ उद्घाटन केलैनी। मुख्यमंत्री के विधायक अरुण शंकर प्रसाद, जदयू कार्यकर्ता आ मारवाड़ी युवा मंच के ओर स पाग, दोपटा, चादर, मखाना के माला, मिथिला पेंटिंग आदि द क स्वागत कायल गेल।

Sabhar : Dainik jagran

Thursday, January 19, 2012

इ द्रश्य बयान क रहल अछि बदलैत बिहार मॆ महिला कॆ भागीदारि कॆ




जयनगर कॆ डीबी काँलॆज मॆ मुख्यमंत्री कॆ सॆवा यात्रा कॆ दौरान आमसभा मॆ महिला कॆ हिस्सॆदारी 50% स बॆसी छल‌

मधुबनी कॆ भॆटल‌ 4 अरब 29 लाख कॆ तोहफा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधुबनी मॆ अपन‌ सेवा यात्रा के अंतिम दिन जयनगर में आयोजित जनसभा कॆ संबोधित करई स पूर्व रिमोट के द्वारा कुल चार अरब 29 लाख कॆ योजना कॆ शिलान्यास आ उद्घाटन कॆलैन‌। मधुबनी कॆ जाइत‍ जाइत‌ मुख्यमंत्री कुल‌ 517 योजना के लॆल ई राशि तोहफा स्वरूप दॆलखिन। अहि सेवा यात्रा में ग्रामीण कार्य विभाग के जिले के सब‌ चार अभिकरण के लगभग चार दर्जन योजना कॆ उद्घाटन, भवन निर्माण विभाग कॆ 31 योजना, पथ निर्माण विभाग कॆ छह योजना, शिक्षा विभाग कॆ 31 योजनाएं आ डूडा कॆ 23 योजना कॆ उद्घाटन व्रहस्पतिदिन कॆलाईथ‌। मुख्यमंत्री दु अरब 12 करोड़ 93 लाख 41 हजार कॆ महत्वाकांक्षी योजना कॆ शिलान्यास सॆहॊ कॆलैथ जाहिमॆ अररिया संग्राम कॆ पॉलीटेक्निक कालेज सॆहॊ शामिल अछि।
साभार :‍ दैनिक जागरण‌

Wednesday, January 18, 2012

सौराठ में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण संस्थान खोलल जायत :नितीश कुमार

सेवा यात्रा के तेसर दिन अपराह्न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिसदन स चली क जितवारपुर पद्मश्री स्व. सीता देवी, जगदंबा देवी, चानो देवी सहित दलित टोल आ भास्कर कुलकर्णी हस्तकला आश्रम पहुंचला त ओतय उपस्थित कलाकार के ख़ुशी के ठिकाना नहीं छल। हुनका देखाबई लेल सैकड़ों महिला कलाकार अपन हाथ स निर्मित विभिन्न स्वरूपों में मधुबनी पेंटिंग, सिक्की-मौनी, गोदना पेंटिंग, गोबर पेंटिंग, पेपर मेसी आदि ल क आश्रम आ घर में इंतजार क रहल छलैथ। मुख्यमंत्री जितवारपुर स जहैनी रांटी स्थित पद्मश्री महासुंदरी देवी के आंगन पहुंचला त ओतय के नजारा देख किछ क्षण तक ओ भाव विभोर भ गेला। मुख्यमंत्री के आंगन में बनल मरवा पर आदर के संग बैसाओल गेल जतय हुनका बगल में महान विभूति महासुन्दरी देवी बैसल छलखिन। मुख्यमंत्री मिथिला के 87 वर्षीया अहि महान कलाकार स कई संस्मरण सुनला आ अहि मुकाम तक पहुंचइ के लेल हुनक प्रयास के जानकारी प्राप्त केलैनी। महासुन्दरी देवी के पूरा परिवार मुख्यमंत्री के स्वागत में जुटल छलखिन। महासुन्दरी देवी के घर ओ मिथिलांचल के एक और पैघ तोहफा " सौराठ में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण संस्थान खोलल जायत " से देलखिन। इ सुनी ओतय मौजूद सैकड़ों मैथिल महिला भावविभोर भ खुशी स 'धन-धन जागल भाग हे पाहुन छथि आयल' गीत गेली।

सौराठ में अहि संस्थान के खुजला स निसंदेह मिथिलांचल में विकास के नव मार्ग खुजत आ अहि क्षेत्र के संबंध देश के कोना-कोना आ विदेश स सीधा जूरी जायत । मुख्यमंत्री के अहि घोषणा स मधुबनी आ आसपास क्षेत्र में खुशी के लहर दौरी गेल। खास क ओहेन कलाकार जे मधुबनी पेंटिंग के अपन पेशा बनाब चाहे छैथ हुनका अंदर एकटा नव आस जागल। सौराठ के इ संस्थान मिथिलांचल के विकास के लेल मिल के पत्थर साबित होयत। शिक्षा विभाग द्वारा निर्मित अहि संस्थान स हजारों मैथिल ललना लाभान्वित हेता आ हुनका रोजगार के नए अवसर भेटतेन। मुख्यमंत्री के अहि घोषणा स स्पष्ट होयत अछि कि सचमुच हुनका मिथिला आ मैथिली स अगाध स्नेह व प्रेम छैन।

महासुंदरी देवी के घर मिथिलांचलक परम्पराक अनुसार मुख्यमंत्री के पाग-दोपटा, पेंटिंग द क भव्य स्वागत कायल गेल। मुख्यमंत्री महासुंदरी देवी के घर में बनल पेड़ा सेहो खेलेन।

हम आएल छी अहां कें दरबार में आवेदन लाउ :- नितीश कुमार

सेवा यात्रा के आई तेसर दिन पूर्वाह्न करीब दस बजे अपन पूरा काफिला क संग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के समक्ष हाथ जोड़ कर हाजिरी देलखिन। ओ पूरा आत्मविश्वास के संग अहि ठाम छला। ओ अहि ठाम पहुचैत पाहिले महिला दीर्घा दिस गेला आ महिला सब स आवेदन लेला। ओ अहि ठाम अबिते मैथिलि में बजला हम आएल छी अहां कें दरबार में आवेदन लाउ। आहा सब हमरा पर विश्वास राखु सबहक काज होयत। ओ लोग सब के नसीहत देलखिन कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई क रहल अछि आ आहा सब सेहो जागु।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में कुल पांच घंटा रुकला। ओ दस बजे स्टेडियम में प्रवेश केलिन आ करीब पूर्वाह्न दू बजे स्टेडियम स बाहर आइलैथ। अहि दौरान किछ मिनट के लेल ओ चाय पीवाई लेल गेल छला। ओ हाथ जोरैत जनता दरबार में आयल छला आ हाथ हिलावैत अभिवादन करैत बाहर निकलला। आई मधुबनी में रौद खूब तेज छला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सिर स पसीना निकली रहल छलैन मुदा तकर बावजूद ओ लोग के फरियाद खूब गंभीर भ सुनी रहल छला।

मत्स्य उत्पादन में मिथिला क्षेत्र के आत्मनिर्भर बनायव: नीतीश

मिथिला क्षेत्र में पोखरों आ डबरा के संख्या खूब अछि एकर उपलब्धता के सदुपयोग हेबाक चाही आ अहि क्षेत्र के मत्स्य उत्पादन में आत्मनिर्भर वनाओल जायत उक्त बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपन सेवा यात्रा के दौरान कहला।
सेवा यात्रा के क्रम में नीतीश कहला कि मिथिला में मत्स्य उत्पादन के आपार संभावनाएं अछि। एते बहुत पैघ संख्या में पोखर आ डबरा अछि। एकर वाबजुद एतय बाहर स माँछ मंगायल जायत अछि।

मिथिला क्षेत्र में मांछ के एतेक अधिक उत्पादन भ सकैत अछि कि बिहार की जरूरत के पूरा करइ के अलावा अन्य राज्य में सेहो एतय स मांछ बेचल जा सकैत अछि।

नीतीश कहला कि हम मिथिला के धरती पर शीश झुकबा अयलौ हाँ । ओ मिथिला क्षेत्र में मत्स्य उत्पादन के बढ़ावा दै के भरोसा देला हाँ। मुख्यमंत्री कहलैनी कि मिथिला एक समृद्ध संस्कृति, मैथिल चित्रकारी, विद्यापति के नगर अछि आ पुरातात्विक महत्व के स्थान अछि। एकरा आगा बढाबाई के दरकार अछि।

Tuesday, January 17, 2012

बौद्ध साहित्य में वर्णित असली मिथिला नगरी एतय अछि

बलिराजगढ़ के विकास कॆ ल क आमआदमी आ जनप्रतिनिधि द्वारा उठाऒल गॆल‌ आवाज आई धरि महज स्थानीय अखवार आ स्थानीय चर्चा तक सिमित रही गॆल। मुदा मुख्यमंत्री कॆ सेवा यात्रा कॆ ल क किछ‌ क्षण बितावै कॆ संभावना स अहि स्थल के कायाकल्प की संभावना प्रबल भ गॆल अछि।

अहि स्थल कॆ रकबा 225 एकड़ अछि। उत्तर बिहार में एतॆक पैघ‌ भूभाग में कॊनॊ दॊसर‌ पुरातत्व या ऐतिहासिक स्थल अवस्थित नहीं अछि। तत्कालीन रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र के प्रयास स वर्ष 1962-63, 1972७3 आ 73-74 में एकर‌ उत्खनन प्रारंभ भॆल। मुदा हर वॆर‌ खुदाई के दौरान जल आवि जाई के कारण उत्खनन कार्य कॆ बीचॆ में रोक दॆब पङलै। अहि अल्प उत्खनन में 8वीं, 9वीं सदी पाल काल, इसा पूर्व दूसरी-तीसरी सदी सुंगवंश के पूर्व आ मौर्य आ बौद्धकाल के विशेष प्रचुर मात्रा में भॆटल छल। ई अवशेष दरभंगा आ दिल्ली म्यूजियम में रखे गॆल अछि। पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव द्वारा संसद में एकर‌ पूर्ण खुदाई कॆ ल क उठाऒल गॆल‌ सवाल के जवाब में तत्कालीन पर्यटन मंत्री जंग मोहन कहनॆ छला कि एकर‌ अल्प उत्खनन मॆ भॆटल‌ अवशेष स‌ तत्कालीन साहित्यिक, सामाजिक आ सांस्कृतिक अनुक्रम स्थापित भ चुकल अछि। अहि लॆल एकर आब खुदाई कॆ जरूरत नहीं अछि। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग वर्ष 1916 में अहि गढ़ कॆ अधिकृत क राष्ट्रीय स्मारक घोषित कॆनॆ छल‌। वर्ष 1993 में राज्य सरकार अहि स्थल कॆ पर्यटक स्थल कॆ दर्जा दॆलक। मुदा पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करै कॆ ल क कॊनॊ प्रयास नहीं कायल गॆला। पुरातत्वव जानकार कॆ इहॊ मानव अछि कि भगवान बुद्ध जहैन‌ तिब्बत कॆ यात्रा पर गॆल छला त तंत्र-मंत्र की विधा के लॆल एतय प्रवास कॆनॆ छला। बिहार रिसर्च सोसायटी पटना के शोध अधिकारी डा. शिव कुमार मिश्र स्थल आ तथ्यों कॆ अवलोकन करैत कहनॆ छला कि " बौद्ध साहित्य में वर्णित असली मिथिला नगरी एतय अछि "। ऒतय‌, प्रखंड क्षेत्र के बरुआर में बहुमूल्य सूर्य कॆ प्रतिमा, दुदाही में भगवती दुर्गा , तिरहुता में पालकालीन, खोईर में बुद्ध मूर्ति, सर्रा में महादेव त सीमा स सटल‌ देवहार में 6वीं शताब्दी के गणेश, 9वीं शताब्दी कॆ पार्वती आ गुप्तकाल के शिवलिंग मिलल अछि।

Monday, January 16, 2012

मिथिला के विकास के बिना बिहार के विकास संभव नहीं :-नितीश कुमार

मधुबनी में सेवा यात्रा के प्रथम दिन मुख्यमंत्री नितीश कुमार बेनीपंट्टी के शिवनगर में विधान परिषद के सभापति पं. ताराकांत झा के प्रयास स बनल भुवनेश्वरी गया दत्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के उद्घाटन फीता काटी क केलिनी। उद्घाटन समारोह के संबोधित करैत मुख्यमंत्री कहलैनी कि दोसर हरित क्रांति के श्रेय आब बिहार के भेटत। ओ कहलैनी कि यहां की एतय के धरती, आवोहवा काफी बढ़िया अछि। ओ कहलैनी की आखिर कृषि के कियक नै प्राथमिकता देल जाय। पैदावार बढ़ावा आ कृषि क्षेत्र के विकसित करै के लेल सरकार कृषि रोड मैप आ कृषि कैबिनेट के गठन सेहो केलक अछि। बिहार के कतेको किसान कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य क आई कृतिमान स्थापित केला हे जकर चर्चा सर्वत्र भा रहल अछि। ओ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भेल आमूलचूल परिवर्तन के बात सेहो अपन संबोधन में कहलैनी। ओ कहलैनी कि शिवनगर के इ अस्पताल अहि क्षेत्र के लेल काफी लाभदायी साबित होयत। संगही अहि अस्पताल के और सुसज्जित आ बेहतर बनाबाई के लेल सरकार हर संभव मदद करत। मुख्यमंत्री ने कहलैनी कि मिथिला में मछली आ मखाना उत्पादन के असीम संभावनाएं अछि ओकरा और विकसित करै के प्रयास कायल जा रहल अछि। मधुबनी पेंटिंग के चर्चा करैत ओ कहलैनी कि मधुबनी पेंटिंग के अंतरराष्ट्रीय बाजार प्रतिस्थापित करै के लेल सरकार प्रयास करै में जुटी गेल अछि। ओ अपन संबोधन में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कतेको विभाग के चर्चा केलैनी आ ओहिमे सरकार द्वारा कायल जा रहल प्रयास स सेहो लोग सब के अवगत करेलैनी। मुख्यमंत्री कहलैनी कि मिथिला विभूति के धरती अछि। आ मिथिला के विकास के बिना बिहार के विकास संभव नहीं अछि। स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी चौबे के अध्यक्षता में आयोजित अहि उद्घाटन समारोह के पं. ताराकांत झा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. भीम सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र आदि सेहो संबोधित केलैनी।

मुख्यमंत्री पहुचलैनी उच्चैठ भगवती स्थान

मुख्यमंत्री नितीश कुमार अपन सेवा यात्रा के दौरान कैल छिन्नमस्तिका उच्चैठ भगवती स्थान गेलैनी आ भगवती के दर्शन केलिनी आ पूजा-अर्चना सेहो केलिनी। पूजा के उपरांत मुख्यमंत्री मंदिर परिसर में अवस्थित अन्य मंदिर सब के जानकारी सेहो लेलिनी। संगही मंदिर के बगल में अवस्थित तालाब के निरीक्षण सेहो केलिनी जतय श्रद्धालु स्नान कय माँ भगवती के पूजा आराधना करय छैथ। मंदिर प्रांगण के प्रधान पूजारी स लम्बा वार्ता केलैनी आ उच्चैठ भगवती आ अहि स्थान के महत्ता के विस्तृत जानकारी प्राप्त केलिनी। मंदिर आ कालीदास डीह के देख ओ अवलोकन क मुख्यमंत्री काफी गंभीर भा गेला। अहि मौका पर मुख्यमंत्री संग मधुबनी के जिलाधिकारी रही चुकल अतीशचन्द्रा, चंचल कुमार,जिला पदाधिकारी संजीव हंस, पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार सहितमंत्री, विधायक आ गणमान्य लोग उपस्थित छलखिन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य गेट स जखन मंदिर परिसर में प्रवेश केला त सेंट्रल पब्लिक स्कूल के बच्चा सब विभिन्न स्वरूप यथा कालीदास, महाकवि विद्यापति, सीता, राम, दुर्गा, हनुमान सहित अन्य रूप में परिधान धारण क मुख्यमंत्री के स्वागत केलिनी। अहि मौका पर कार्यक्रम के समन्वयक नेमी कुमार आ हुनक पत्नी मुख्यमंत्री के पाग-दोपटा पहिरा क स्वागत केलिनी।

Tuesday, January 10, 2012

कालिदास डीह के उन्नयन के जागल आस

सीएम की सेवा यात्रा बेनीपंट्टी के विकास आ एकर उत्कर्ष के लेल पैघ कदम साबित भ सकैत अछि। बेनीपंट्टी में आईटीआई के निर्माण आ कालिदास डीह के उन्नयन विकास के नव कहानी लिखत। उक्त बात भाजपा विधायक विनोद नारायण झा सोमदिन पत्रकार सम्मलेन में कहलैनी । ओ कहलिनी कि पिछला 8 दिसंबर क बिहार विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प के दौरान कालिदास डीह के उन्नयन आ एकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करै के मामला हम उठोने छलौ । सीएम ओही क्रम में कालिदास डीह उच्चैठ के देखै के इच्छा प्रकट केने छलैथ। आब 16 जनवरी स शुरू होई वाला अपन सेवा यात्रा में कालिदास डीह के अवलोकन करता। श्री झा ने कहलैनी कि कालिदास के जन्मस्थान आ शिक्षा स्थल उच्चैठ छलैन,आ अहि भूमि स ओ विद्वान बनला। हुनक जन्मस्थान उज्जैन कहनाई पूर्ण गलत अछि । उच्चैठ में कालिदास के नाम स खतियान व जमाबंदी बहुत एकर बहुत पैघ प्रमाण अछि। कालिदास 375 ई. से 415 ई. तक गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में शामिल छाला। अपन विद्वता के बदौलत ओ उच्चैठ स उज्जैन गेल छला। विधायक कहला कि ओ यूजीसी के पत्र लिख क अहि पर सेमिनार आयोजित करै के मांग केला हे ताकि तमाम साक्ष्य के प्रस्तुत क इ सिद्ध कायल जा सकें कि कालिदासक जन्मस्थान उच्चैठ छैनी। कालिदास कुमार संभवम के रचना अहि ठाम केने छला । ओ कुष्ठ स ग्रसित भ गेल छला । फेर ओ रघुवंशम् के रचना केला त रोग स मुक्त भेला। अहि सबके बाद कालिदास विक्रमादित्य के निमंत्रण पर उज्जैन गेल छला ।
सीएम सेवा यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 16 जनवरी क सिद्धपीठ उच्चैठ भगवती स्थान, कालिदास डीह आ भुवनेश्वरी गयादत अस्पताल शिव नगर में आगमन के संभावना के ल क चहल-पहल बढ़ी गेल अछि।
साभार :- दैनिक जागरण